7 Mukhi Rudraksha (सात मुखी रुद्राक्ष)

Sale priceRs. 999.00 Regular priceRs. 1,299.00
Save Rs. 300.00

Size: Small
In stock

7 Mukhi Rudraksha (सात मुखी रुद्राक्ष)

7 Mukhi Rudraksha (सात मुखी रुद्राक्ष) महालक्ष्‍मी का प्रतीक है। इसे धारण करने से सुख, संपत्ति और भाग्‍य की प्राप्‍ति होती है। अगर आप आर्थिक तंगी या धन की कमी से परेशान हैं तो आपको सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने पर मां लक्ष्‍मी की कृपा से पैसों की तंगी से मुक्‍ति मिलती है। सात मुखी रुद्राक्ष का स्‍वामी ग्रह शुक्र है। शुक्र स्‍वयं सुख, संपत्ति, प्रेम और ऐशो-आराम का कारक है इसलिए इस रुद्राक्ष को पहनने से आपको इन सब चीज़ों की प्राप्‍ति हो जाती है।


 

Natural 7 Mukhi Rudraksha

Shape:- Oval / Round Shape

Size:-  16-20.00 MM (Apx.) 

             20-24.00 MM (Apx)

             24-28.00 MM (Apx.)

Weight:- 3.00 Gms (Apx.)

Origin:- Nepali

Metal Material:- Pure Silver

Certification: Seven Face Rudraksha will come with its Lab Certified Report Of Authenticity.

सात मुखी रुद्राक्ष के लाभ (7 Mukhi Rudraksha Benefits in Hindi)

  • इस रुद्राक्ष को धारण करने से जीवन के सभी दुख दूर होते हैं और भाग्‍य का साथ मिलता है। अगर आपको अपने कार्यों में सफलता नहीं मिल पा रही है तो आपको सात मुखी रुद्राक्ष पहनना चाहिए।
  • ये दुर्भाग्‍य को दूर कर भाग्‍य को जगाता है।
  • यदि आपकी कुंडली में शुक्र दोष है या शुक्र की दशा चल रही है तो शुक्र के बुरे प्रभावों को कम करने या उससे बचने में 7 मुखी रुद्राक्ष आपकी मदद कर सकता है।
  • रिश्‍तों में प्रेम, विश्‍वास और आपसी समझ को बढ़ाने के लिए भी ये रुद्राक्ष पहन सकते हैं।
  • प्रेम, भाग्‍य और आर्थिक क्षेत्र में सुख एवं सफलता पाने में 7 मुखी रुद्राक्ष मददगार है।
  • ये रुद्राक्ष पाचन तंत्र को मजबूत करता है और अपच एवं एसिडिटी से बचाता है।
  • पेट, लिवर, अग्‍नाश्‍य और एड्रेनल ग्रंथि से जुड़े सभी विकारों एवं बीमारियों को दूर करने में 7 मुखी रुद्राक्ष मदद करता है।
  • डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए भी ये रुद्राक्ष बहुत फायदेमंद होता है। अगर दवाएं असर नहीं कर रही हैं तो इस स्थिति को सात मुखी रुद्राक्ष के प्रभाव से ठीक किया जा सकता है।

सात मुखी रुद्राक्ष की प्रयोग विधि

शुक्र ग्रह से संबंधित होने के कारण 7 मुखी रुद्राक्ष पेंडेंट को शुक्रवार के दिन धारण करना चाहिए। शुक्रवार के दिन सुबह उठें और स्‍नान करने के बाद पूजन स्‍थल के सामने पूर्व दिशा की ओर मुख कर के बैठ जाएं। अब मंदिर में तांबे के बर्तन पर सात मुखी रुद्राक्ष रखें और इस पर गंगाजल छिड़कें। अब 108 बार ‘ऊं महालक्ष्‍मी नम:’ मंत्र का जाप करें। अब सात मुखी रुद्राक्ष को लाल या पीले रेशमी धागे में बांधकर गले या हाथ में धारण कर लें। आप रुद्राक्ष को चांदी या सोने की चेन में भी धारण कर सकते हैं।

सात मुखी रुद्राक्ष हमसे क्‍यों लें

Rudracharms द्वारा भेजा गया सात मुखी रुद्राक्ष प्रमाणित है और अनुभवी आचार्य एवं पंडित जी द्वारा अभिमंत्रित करने के बाद ही इसे आपके पास भेजा जाएगा ताकि आपको इसका तुरंत और संपूर्ण लाभ मिल सके।