4 Mukhi Rudraksha (4 मुखी रुद्राक्ष)

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चार मुखी रुद्राक्ष (4 Mukhi Rudraksha)

4 Mukhi Rudraksha (4 मुखी रुद्राक्ष) एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली रुद्राक्ष है, जिसे भगवान ब्रह्मा का प्रतीक माना जाता है। ब्रह्मा जी चारों वेदों के रचयिता और ज्ञान के अधिष्ठाता हैं, इसलिए 4 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति को ज्ञान, बुद्धि और रचनात्मकता प्राप्त होती है। इसे धारण करने से मानसिक स्थिरता और संवाद की कुशलता में सुधार होता है।

Natural 4 Face Rudraksha

Shape:- Oval / Nut Shape

Size:- 18 - 20 MM (Apx.) 

Weight:- 3.00 Gms (Apx.)

Origin:- Nepali

Metal Material:- Pure Silver

Beeja Mantra:  “Om Hrim Namah”

NOTE:

Four face rudraksha will comes with its Lab Certified Report Of Authenticity

चार मुखी रुद्राक्ष के लाभ (4 Mukhi Rudraksha Benefits in Hindi)

  • ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि: इसे धारण करने से व्यक्ति की बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होती है। यह विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं, और लेखकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होता है।

  • स्मरण शक्ति और ध्यान: 4 मुखी रुद्राक्ष स्मरण शक्ति को बेहतर बनाता है और व्यक्ति के ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को बढ़ाता है। यह मेडिटेशन में गहराई लाने में भी सहायक होता है।

  • वाणी में सुधार: यह रुद्राक्ष संवाद कुशलता और बोलने की शक्ति को बढ़ाता है। इसे धारण करने से व्यक्ति की वाणी मधुर और प्रभावशाली बनती है।

  • मानसिक और भावनात्मक संतुलन: इसे पहनने से व्यक्ति को मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन प्राप्त होता है। यह तनाव और मानसिक अशांति को दूर करने में सहायक होता है।

  • रचनात्मकता और आत्म-अभिव्यक्ति: 4 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति की रचनात्मकता और आत्म-अभिव्यक्ति की क्षमता में वृद्धि होती है। यह कला, संगीत, और साहित्य से जुड़े लोगों के लिए अत्यधिक लाभकारी है।

मुखी रुद्राक्ष की पूजा और धारण विधि:

  1. पूजा और शुद्धि: रुद्राक्ष को धारण करने से पहले गंगाजल या दूध से शुद्ध करें।

  2. मंत्र जाप: इसे धारण करने से पहले "ॐ ह्रीं नमः" या "ॐ ब्रह्मणे नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें। यह भगवान ब्रह्मा का मंत्र है।

  3. धारण करने का समय: इसे किसी शुभ दिन, विशेष रूप से सोमवार या गुरुवार को, सूर्योदय के समय धारण करना उचित है। इसे गले में सोने, चांदी, तांबे या लाल धागे में पिरोकर धारण किया जा सकता है।

  4. सावधानियां:

    • रुद्राक्ष को धारण करते समय शुद्धता का ध्यान रखें।
    • मांसाहार और नकारात्मक गतिविधियों से दूर रहें।
    • इसे नियमित रूप से साफ करें और पूजा करें।

जन्म कुंडली के अनुसार 4 मुखी रुद्राक्ष (4 Mukhi Rudraksha According to Janam Kundali)

जन्म कुंडली के अनुसार, 4 मुखी रुद्राक्ष (चार मुखी रुद्राक्ष) बुद्धि, ज्ञान और रचनात्मकता के प्रतीक भगवान ब्रह्मा से जुड़ा हुआ है। इसे धारण करने से व्यक्ति की मानसिक और बौद्धिक शक्तियों में वृद्धि होती है। ज्योतिष के अनुसार, यह रुद्राक्ष विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है जिनकी कुंडली में बुध ग्रह कमजोर होता है या बुध ग्रह से संबंधित दोष होते हैं।

4 मुखी रुद्राक्ष हमसे रुद्राक्ष क्‍यों लें 

Rudracharms द्वारा भेजा गया दो मुखी रुद्राक्ष प्रमाणित है और अनुभवी आचार्य एवं पंडित जी द्वारा अभिमंत्रित करने के बाद ही इसे आपके पास भेजा जाएगा ताकि आपको इसका तुरंत और संपूर्ण लाभ मिल सके।