18 Mukhi Rudraksha (18 मुखी रुद्राक्ष)

Sale priceRs. 30,000.00 Regular priceRs. 90,000.00
Save Rs. 60,000.00

Style: Normal
In stock

18 मुखी रुद्राक्ष (18 Mukhi Rudraksha)

18 Mukhi Rudraksha (18 मुखी रुद्राक्ष) एक अत्यंत शक्तिशाली और दुर्लभ रुद्राक्ष है, जिसे विशेष रूप से समृद्धि, स्वास्थ्य और आध्यात्मिक जागरूकता के लिए माना जाता है। इसे देवी भूमि (धरती माता) का प्रतीक माना जाता है, और यह व्यक्ति को सभी प्रकार की समृद्धि और सुख-शांति प्रदान करने में सहायक होता है।

LAB CERTIFIED 18 MUKHI RUDRAKSHA (NEPALI):

18 mukhi rudraksha is called Mata Pritthibaya Rudraksha it ballance our earth eliments of chakra Rulling planet:Mars it reduces all kind of Malfic effect of Mangol

Note: For 18 mukhi Rudraksha from Nepal, this exact piece would be sent which is shown in photo.

18 मुखी रुद्राक्ष के लाभ:(18 Mukhi Rudraksha Benefits in Hindi)

  1. समृद्धि और धन: 18 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति के जीवन में धन और समृद्धि का संचार होता है। यह आर्थिक मामलों में लाभ और स्थिरता लाने में मदद करता है।

  2. स्वास्थ्य लाभ: इसे धारण करने से स्वास्थ्य में सुधार होता है और यह बीमारियों से राहत देने में सहायक होता है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।

  3. आध्यात्मिक विकास: यह रुद्राक्ष व्यक्ति के आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देता है। ध्यान और साधना में गहराई लाने में मदद करता है, जिससे आत्मा की उन्नति होती है।

  4. भावनात्मक स्थिरता: 18 मुखी रुद्राक्ष व्यक्ति की भावनात्मक स्थिति को संतुलित करता है। यह मानसिक तनाव और चिंता को दूर करता है।

  5. नकारात्मकता से रक्षा: यह रुद्राक्ष व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जा और बुरी नजर से बचाता है। यह एक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करता है।

  6. समस्याओं का समाधान: 18 मुखी रुद्राक्ष जीवन की समस्याओं का समाधान करने में सहायक होता है। यह व्यक्ति को सही निर्णय लेने में मदद करता है।

18 मुखी रुद्राक्ष की पूजा और धारण विधि:

  1. पूजन और शुद्धि: रुद्राक्ष को धारण करने से पहले इसे गंगाजल या दूध से शुद्ध करें और भगवान शिव या धरती माता की पूजा करें।

  2. मंत्र जाप: इसे धारण करते समय "ॐ नमः शिवाय" या "ॐ भूर्भुवः स्वः" मंत्र का जाप करें।

  3. धारण का समय: इसे सोमवार को सूर्योदय के समय या शुभ मुहूर्त में धारण करना उचित होता है। इसे सोने, चांदी, या लाल धागे में पिरोकर गले में धारण करें।

सावधानियां:

  • रुद्राक्ष को नियमित रूप से साफ रखें और उसकी पूजा करें।
  • इसे धारण करते समय नकारात्मक विचारों और गतिविधियों से दूर रहें।
  • इसे गंदे हाथों से न छुएं और इसे अन्य सामान्य वस्तुओं के साथ न रखें।

18 मुखी रुद्राक्ष हमसे क्‍यों लें

Rudracharms द्वारा भेजा गया चौदह मुखी रुद्राक्ष प्रमाणित है और अनुभवी आचार्य एवं पंडित जी द्वारा अभिमंत्रित करने के बाद ही इसे आपके पास भेजा जाएगा ताकि आपको इसका तुरंत और संपूर्ण लाभ मिल सके।